नई दिल्ली: देश में 18वीं लोकसभा के गठन के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आगामी बजट में कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे और प्रमुख आर्थिक फैसले लिए जाएंगे। राष्ट्रपति ने 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अगले संसद सत्र में सरकार द्वारा पेश किया जाने वाला बजट इसकी भविष्योन्मुखी दृष्टि का दस्तावेज होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसले होंगे और कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे। लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सुधारों की गति बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का मानना है कि निवेश के लिए राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ”यह प्रतिस्पर्धी-सहकारी संघवाद की भावना के अनुरूप है।” मुर्मू ने आगे कहा, “भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। पिछले 10 वर्षों में सामान्य काल नहीं होने क बावजूद औसतन 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। यह विकास दर वैश्विक महामारी और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में संघर्षों के बावजूद हासिल की गई। यह पिछले 10 वर्षों के सुधारों का परिणाम है। अकेले भारत वैश्विक विकास में 15 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। मेरी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम कर रही है।