देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में आज केदारनाथ से लेकर हरिद्वार व योग नगरी ऋषिकेश तक योग की गंगा बही। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित मंत्री, विधायकों के साथ ही शहरवासियों व गांववासियों ने भी योग किया। इस दौरान निरोग जीवन जीने के लिए योग करने का संदेश दिया गया। 10 वां योगा दिवस धूमधाम से मनाया गया। योग प्रशिक्षकों द्वारा कपाल भाती, अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, वज्रासन, ताड़ासन, योग ध्यान सहित विभिन्न योग क्रियाओं के अभ्यास करते हुए उनके शरीर के लिए फायदे बताए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज आदि कैलाश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पार्वती सरोवर के किनारे योग कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके साथ ही प्रदेश के समस्त जनपद मुख्यालयों के अलावा 300 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में शिरकत करने सीएम धामी बृहस्पतिवार को गुंजी पहुंच गए थे। पिथौरागढ़ जिले में स्थित आदि कैलाश अब पर्यटन के रूप में उभर रहा है। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदि कैलाश की यात्रा की थी। इसके बाद देश-दुनिया में आदि कैलाश की यात्रा के लिए पर्यटन और श्रद्वालुओं का रुझान बढ़ा। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने पहली आर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को आदि कैलाश में मनाने का निर्णय लिया।
नई टिहरी में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर टिहरी झील के किनारे विधायक किशोर उपाध्याय व विभागीय अधिकारियों ने योगाभ्यास किया। हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जिला प्रशासन की ओर से हर की पैड़ी पर योग कार्यक्रम आय़ोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने योग किया। ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर सहित जौलीग्रांट में आयोजित योग शिविर में युवाओं ने बड़ी संख्या में योगभ्यास किया। ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर जौलीग्रांट में लोगों को निरोग रहने के लिए योग करने का संकल्प दिलाया गया। केदारनाथ में भी योग दिवस पर कायर्क्रम आयोजित किया गया वहीं विश्व योग दिवस पर मेडिकल कालेज में संकाय सदस्य, एमबीबीएस छात्र, कर्मचारियों ने योग किया। शारीरिक और मानसिक लाभों पर चर्चा करते हुए योग को जीवनशैली में शामिल करने को कहा गया। इस दौरान लोगों को बताया गया कि योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्म-नियंत्रण भी प्रदान करता है।
शहीद जसवंत सिंह रावत रांसी स्टेडियम पौड़ी में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दीप प्रज्वलित कर योगा का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि योग जीवन का वह दर्शन है जो मनुष्य को उसकी आत्मा से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि आरोग्य रहने के लिए योग जरूरी है, जो कुछ आज योग कार्यक्रम में सिखाया गया है उसे जरूर अपने जीवन में अपनाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक डिग्री कॉलेज में एक-एक योगा प्रशिक्षक की तैनाती की जाएगी और प्रदेश के 1800 वैलनेस सेंटरों में भी योग प्रशिक्षकों की तैनाती की जाएगी।