हल्द्वानी: बंदी और कैदियों के तीन गुना बोझ से दबे हल्द्वानी उप कारागार की सुरक्षा पर हमेशा सवालों के घेरे में रही है, लेकिन अब उत्तर प्रदेश से ट्रेंड अफसर और बंदी रक्षकों को हल्द्वानी जेल की सुरक्षा में लगाया जाएगा। एक महिला समेत चार डिप्टी जेलर और दो महिला समेत 44 बंदी रक्षकों को लखनऊ में ट्रेनिंग देने के बाद तैनाती दी जाएगी।
बता दें कि करीब साढ़े छह सौ बंदी और कैदियों की क्षमता वाले हल्द्वानी उपकारागार में कभी भी संख्या 15 सौ से कम नहीं होती। बंदियों और कैदियों की संख्या कई बार 18 सौ के पार चली जाती है। इस लिहाज से जेल में सुरक्षा कर्मियों की संख्या काफी कम है और पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में वर्ष 2023 में बंदी रक्षकों व जेल विभाग में अधिकारियों के पदों पर भर्ती की गई थी। भर्ती हुए कर्मियों को अलग-अलग जेलों में तैनाती दी जा रही है।
हल्द्वानी उप कारागार में भी एक महिला सहित चार डिप्टी जेलर और दो महिला सहित 44 बंदी रक्षकों की नियुक्ति को स्वीकृति मिल चुकी है, लेकिन इन्हें अभी तैनात नहीं किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि तैनाती से पहले इन सभी को ट्रेनिंग के लिए लखनऊ उत्तर प्रदेश भेजा जाएगा।
लखनऊ में 15 से 20 दिन की ट्रेनिंग के बाद सभी को हल्द्वानी जेल में तैनात किया जाएगा। सभी की अलग-अलग बैच में ट्रेनिंग होगी। बताया जा रहा है कि चार डिप्टी जेलर और 11 बंदी रक्षक की तैनाती भी कर दी गई है। जेलर आरपी सैनी ने बताया कि नई तैनाती वाले सभी बंदी रक्षकों को बहुत जल्द लखनऊ स्थित जेल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में तकनीकि व सुरक्षा व्यवस्था की बारीकियां सीखने के लिए भेजा जाएगा। हालांकि जेल प्रशासन अभी ट्रेनिंग के आदेश का इंतजार कर रहा है।