लखनऊ: कैंट इलाके में मंगलवार को दोपहर के समय एक कबाड़ गोदाम में जोरदार धमाका हुआ, जिसमें एक मजदूर के चीथड़े उड़ गए। विस्फोट किस वजह से हुआ, इसकी जानकारी नहीं मिल पायी। बम निरोधक दस्ता, फारेंसिक और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर जाकर जांच की।
डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि सदर के लकड़ी मोहाल में कबाड़ गोदाम है। इसके मालिक आजाद मोहाल निवासी लक्ष्मीकांत गुप्ता उर्फ पप्पू हैं। धमाके में मारे गए मजदूर की पहचान कृष्ण कुमार (34) निवासी मुन्नालाल खेड़ा, थाना बेनीगंज जिला हरदोई के तौर पर हुई है।
डीसीपी का कहना है कि विस्फोट से कुछ देर पहले गोदाम में कृष्ण कुमार के अलावा कर्मचारी बशारत और बबलू भी मौजूद थे, लेकिन दोपहर में दोनों खाना खाने की बात बोल कर गोदाम से निकल गए थे। घटना के समय कृष्ण कुमार गोदाम में अकेले था। बशारत और बबलू के गोदाम से निकलने के कुछ देर बात ही धमाका हुआ।
करीब 4.25 बजे डीसीपी समेत अन्य टीमें पहुंचीं। टीमों ने साक्ष्य एकत्रित कर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। डीसीपी ने बताया कि विस्फोट कैसे हुआ, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विस्फोट इतना जबरदस्त था कि कृष्ण कुमार के शरीर के चीथड़े उड़ गए। मांस के टुकड़े इधर-उधर बिखर गए। गोदाम में रखे पुराने बड़े बक्से में शव का आधा हिस्सा अंदर और आधा बाहर लटका दिखा। चेहरा पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था। धमाका सुन आसपास के कुछ लाेग गोदाम में पहुंचे, माजरा समझ में आया तो पुलिस को सूचना दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार काफी देर समझ ही नहीं आया कि अंदर क्या हुआ है किसकी जान गई है।
डीसीपी ने मौके पर पहुंच फारेंसिक, दमकल और बम निरोधक दस्ते को बुलवाया। प्राथमिक जांच में टीमों को ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे पता चले कि विस्फोट कैसे हुआ। डीसीपी का कहना है कि शव की हालत देख प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा है कि किसी केमिकल भरी वस्तु से विस्फोट हुआ है।