नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की भाजपा सरकार पर उन्हें फंसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र की सरकार काम करने के बजाय 24 घंटे विपक्ष के नेताओं को फंसाने की साजिश रच रही है।
केजरीवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर ) पर सोमवार को लिखा, ”ये 2015 की घटना है। मोदी सरकार 2015 से मुझे झूठे केसों में फंसाने की कोशिश कर रही है। लोगों पर तरह-तरह के दबाव बना कर उन्हें मेरे खिलाफ बयान देने के लिए कहा जाता है। कई लोगों को तो यातनाएं भी दी गईं। प्रधानमंत्री जी देश के लिए काम करने के बजाय 24 घंटे अपने विरोधियों को झूठे मामलों में फंसाने के षड्यंत्र बनाते रहते हैं।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा 2015 की एक पोस्ट ट्वीट करने से साफ है कि उन्हें डर है कि पार्टी के कई और लोग घोटाले की जांच के दायरे में आ सकते हैं। इसलिए वो इस तरह का ट्वीट करके जनता का ध्यान भटका रहे हैं।
बता दें कि, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि वह दिल्ली के शराब घोटाला मामलों में आम आदमी पार्टी (आप) को आरोपी बनाने पर विचार कर रहे हैं। दोनों जांच एजेंसियों की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू ने जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एस.वी.एन. भट्टी की बेंच से कहा कि उन्होंने राज्य को निर्देश दिए हैं कि एजेंसियां आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाने पर विचार कर रही हैं।
हालांकि, बेंच ने राजू से मंगलवार को इस बारे में अपना रुख स्पष्ट करने को कहा कि क्या सीबीआई और ईडी की जांच वाले मामलों में ‘आप’ के खिलाफ अलग-अलग आरोप होंगे। राजू ने यह बयान तब दिया जब बेंच ‘आप’ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिन्हें आबकारी नीति के मामलों में गिरफ्तार किया गया था।
जांच एजेंसियों ने अक्सर कहा है कि ‘आप’ उन हितधारकों से प्राप्त रिश्वत की लाभार्थी थी, जिन्हें बदले में शराब लाइसेंस प्राप्त हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि आप ने इस धन का इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए किया था।