देहरादून: भाजपा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूसीसी को लेकर उनकी चिंताओं का जवाब सदन में होने वाली चर्चा में ही संभव है। प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यूसीसी को मिल रहे व्यापक जनसमर्थन से डर कर कांग्रेस इन तमाम चिंताओं की आड़ में अपनी तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहती है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने जिन हितधारकों और समाज के विभिन्न वर्गों के आरक्षण को लेकर चिंता जाहिर की है वह सिर्फ और सिर्फ यूसीसी को मिलते अपार जनसमर्थन से खिसिया कर खंबा नोचने जैसा है। क्योंकि ड्राफ्ट कमेटी ने पहले ही स्पष्ट किया है कि राज्य के सभी हितधारकों, जनजाति समाज, संप्रदाय, वर्गों के साथ मिलकर सैकड़ों बैठकें की हैं। उनको सामाजिक एवं आर्थिक आरक्षण को लेकर भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। समान नागरिक संहिता के तहत मुख्यता संपत्ति अधिकार, वैवाहिक कानून, निसंतान दंपति के बच्चा गोद लेने, महिलाओं के अधिकार और विभिन्न धार्मिक कुरीतियों के कानूनी संरक्षण की पुनर्व्यख्या करने की दृष्टि से लाया जा रहा है। नौकरियों और अन्य क्षेत्रों में दिए गए सामाजिक व आर्थिक आरक्षण का इस ड्राफ्ट से कोई संबंध नहीं है। बावजूद इसके कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर यूसीसी पर भी भ्रम फैलाने की रणनीति पर काम कर रही है।
भट्ट ने कहा, यूसीसी को देशभर में मिल रही स्वीकार्यता और प्रदेशवासियों के आशीर्वाद से कांग्रेस बौखला गई है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस को इधर उधर की बात न करते हुए सीधे सीधे अपनी तुष्टिकरण नीति को सामने लाना चाहिए ताकि जनता को उनकी असल मंशा स्पष्ट दिखाई दे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं कह चुके हैं कि कुछ दिन बाद सदन में ड्राफ्ट आएगा और कानूनी बारीकियां सबके सामने होग। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी जानते है कि एक देश समान कानून का स्वरूप शीघ्र सामने आ जाएगा, लेकिन कांग्रेस सस्ती राजनीति के लिए एक बार फिर आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाकर तात्कालिक लाभ लेना चाहती है।