शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घोषणा की है कि सोलन में वार्षिक राज्य स्तरीय मां शूलिनी मेले को अगले साल से राष्ट्रीय स्तर का आयोजन किया जाएगा।
शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया, “मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय मां शूलिनी मेले को और अधिक शानदार तरीके से मनाने के लिए इसे अगले साल से राष्ट्रीय स्तर का आयोजन बनाने की घोषणा की है।”
शुक्रवार को सुक्खू ने सोलन में तीन दिवसीय मेले का उद्घाटन किया और देवी शूलिनी माता के दर्शन किए। उन्होंने इस अवसर पर मां शूलिनी मंदिर की एक वेबसाइट भी लॉन्च की और एक स्मारिका जारी की।
सुक्खू ने कहा, “हिमाचल, एक ‘देवभूमि’ होने के नाते, कई देवी-देवताओं की भूमि है और लोगों की उनमें गहरी आस्था है।”
आम लोगों पर सरकार के फोकस पर जोर देते हुए सुक्खू ने कहा कि राज्य का बजट समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को दर्शाता है और भविष्य की झलक पेश करता है।
उन्होंने आगे कहा, “आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, सरकार अगले चार वर्षों के भीतर राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है। हिमाचल प्रदेश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और सरकार की नीतियों को पूरी तरह से साकार होने में दो से तीन साल लगेंगे।”
इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री ने सोलन में 3.15 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सैनिक विश्राम गृह का उद्घाटन किया।
उपायुक्त सोलन एवं अध्यक्ष मां शूलिनी मेला समिति मनमोहन शर्मा ने मुख्यमंत्री को हिमाचली शॉल एवं टोपी देकर सम्मानित किया।
पहली सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायक जस्सी गिल ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। (एएनआई)