लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ देखी। लोकभवन ऑडिटोरियम में फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की गई थी। फिल्म के दौरान मुख्यमंत्री पूरे समय मौजूद रहे। यहां मुख्यमंत्री व मंत्रीगणों के साथ-साथ बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी, विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों से जुड़ी महिलाओं, स्कूली छात्र-छात्राओं और मीडिया प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर फिल्म से जुड़े सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
सीएम के साथ कैबिनेट के 50 से ज्यादा मंत्री-विधायक भी मौजूद रहे। इसके अलावा, 50 से ज्यादा अफसर और 300 छात्राएं-महिलाएं भी रहीं। नौ मई को मुख्यमंत्री ने फिल्म यूपी में टैक्स फ्री करने का ऐलान किया था। इससे पहले भाजपा युवा मोर्चा ने भी लखनऊ और आगरा में स्कूली छात्राओं को फ्री में ये फिल्म दिखाई थी।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि ‘द केरल स्टोरी’ को लोकभवन में पूरे कैबिनेट के साथ देखने का अवसर मिल रहा है। हम पश्चिम बंगाल में इस फिल्म से बैन हटाने की मांग करते हैं। आने वाले समय में पश्चिम बंगाल का भी सच लोगों के सामने आएगा।”
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ‘द केरल स्टोरी’ यह फिल्म समाज के जो वास्तविक चित्र हैं, जो घटनाएं घटित हुई हैं उस पर बनी है। इस फिल्म से समाज को दिशा मिलेगी, बच्चें सतर्क होंगे। कलाकारों पर बैन लगाना उचित नहीं है।
फिल्म देखने पहुंची मधु ने कहा कि इस फिल्म से हर हिंदू लड़की को संदेश लेने की जरूरत है। हम सब को एक-दूसरे को जागरूक करने की जरूरत है। अगर पता चले कि धर्म से जुड़े मामले में कोई फ्रेंड फंसी है तो उसे समझाना चाहिए।
कार्तिका सिंह ने कहा कि यह फिल्म समाज में जागृति का संदेश दे रही है। हम लोग अगर अपने बच्चों को संस्कृति और हिंदू धर्म के बारे में जागरूक कराते हैं तो भटकाव की स्थिति कभी नहीं आएगी।
रोमिता सिंह ने कहा कि यह सिर्फ धर्म परिवर्तन का मुद्दा नहीं है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे धर्म परिवर्तन कराकर आतंकवाद में जोड़ा जा रहा है। यह फिल्म हमें सचेत रहने का संदेश देती है।
आईएएनएस