बेंगलुरू: लखनऊ सुपर जायंट्स के मध्यक्रम के बल्लेबाज निकोलस पूरन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ आखिरी गेंद पर मिली जीत का श्रेय तेज गेंदबाज मार्क वुड के अंतिम ओवर को भी दिया जिससे मेजबान टीम को 212 रन पर रोकने में मदद मिली।
वुड ने आरसीबी की पारी के अंतिम ओवर में केवल नौ रन दिए और विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे ग्लेन मैक्सवेल को आउट किया। आखिर में उनका यह प्रयास महत्वपूर्ण साबित हुआ। लखनऊ ने पावर प्ले में 23 रन के अंदर तीन विकेट गंवाने के बावजूद एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। वेस्टइंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज पूरन ने केवल 19 गेंदों पर 62 रन की तेजतर्रार पारी खेली। उन्होंने केवल 15 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया और आयुष बडोनी के साथ 84 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
पूरन ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, निश्चित तौर पर यह बहुत अच्छी पिच थी। मार्क वुड का अंतिम ओवर शानदार था जिससे हम मैच में बने रहे। आज के प्रदर्शन से मैं वास्तव में हैरान नहीं हूं। यह अच्छी पिच थी और बाउंड्री छोटी थी। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि 220 से अधिक रन का लक्ष्य हम पर मनोवैज्ञानिक तौर पर अतिरिक्त दबाव डालता लेकिन 213 रन के लक्ष्य के सामने हमें लगा कि इसे हासिल किया जा सकता है। पूरन ने शुरू में विकेट लेने के लिए आरसीबी के गेंदबाजों वायने पार्नेल और मोहम्मद सिराज को श्रेय दिया लेकिन साथ ही कहा कि आईपीएल में प्रत्येक टीम के पास निचले क्रम में भी अच्छे बल्लेबाज हैं और एक या दो अच्छी साझेदारी मैच का पासा पलट सकती है।
उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर श्रेय आरसीबी के गेंदबाजों पार्नेल और सिराज को जाता है लेकिन यह क्रिकेट का खेल है। प्रत्येक टीम के पास लंबा बल्लेबाजी क्रम है। केएल राहुल और मार्कस स्टोइनिस के बीच साझेदारी से हमने वापसी की। विशेषकर स्टोइनिस ने शानदार बल्लेबाजी की। इससे हमने जरूरी लय हासिल की।
मैंने धीमी बल्लेबाजी करके अच्छा किया: राहुल
बेंगलुरू। जिस दिन लखनऊ सुपर जायंट्स के निकोलस पूरन ने आईपीएल में दूसरा सबसे तेज अर्धशतक बनाया उसी दिन उनके कप्तान केएल राहुल ने 20 गेंदों पर 18 रन की धीमी पारी खेली जिसे उन्होंने सही ठहराया। वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के बल्लेबाज पूरन ने 19 गेंदों पर 62 रन की तेजतर्रार पारी खेली। इस बीच उन्होंने 15 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। लखनऊ ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ यह मैच अंतिम गेंद पर एक विकेट से जीता। राहुल की पारी हालांकि इसके पूरी तरह विपरीत रही। उनकी इससे पहले भी टी20 क्रिकेट में धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना होती रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच में अपनी उप कप्तानी गंवाने वाले राहुल ने हालांकि कहा कि लगातार विकेट गिरने के कारण उन्हें धीमी बल्लेबाजी करनी पड़ी।
उन्होंने मैच के बाद कहा,‘‘ अगर मैं अधिक रन बनाता तो मेरा स्ट्राइक रेट भी बेहतर होता। मैंने परिस्थिति के अनुसार बल्लेबाजी की और मुझे लगता है कि मैंने सही किया। उम्मीद है कि एक-दो अच्छी पारियों से मेरा स्ट्राइक रेट ऊपर चला जाएगा।’’ राहुल की धीमी बल्लेबाजी से बाद के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा। यदि मार्कस स्टोइनिस (30 गेंदों पर 65 रन) और पूरन आक्रामक बल्लेबाजी नहीं करते तो लखनऊ मुश्किल में पड़ जाता। राहुल ने जीत का श्रेय स्टोइनिस और पूरन को दिया।
उन्होंने कहा , अविश्वसनीय । चिन्नास्वामी स्टेडियम जहां खेलकर मैं बड़ा हुआ और यहीं सबसे ज्यादा मैचों के नतीजे आखिरी गेंद पर आते हैं । राहुल ने कहा, हमें पता था कि इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होगा । उन्होंने पावरप्ले में अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हम अगर मैच जीते हैं तो पूरन और स्टोइनिस की वजह से । यही वजह है कि हमने पूरन, स्टोइनिस और आयुष बडोनी जैसे दमदार खिलाड़ियों को टीम में लिया । बडोनी फिनिशर की भूमिका निभाना सीख रहा है।