प्रधानमंत्री मोदी ने हैदराबाद में वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी, सिकंदराबाद- तिरुपति के बीच तीन घंटे बचाएगी ट्रेन  

हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को हैदराबाद में सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हैदराबाद पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। वह रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में सवार हुए और स्कूली बच्चों के साथ बातचीत की। इस ट्रेन के शुरू होने से तेलंगाना के सिकंदराबाद और पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर के बीच यात्रा के समय में करीब साढ़े तीन घंटे की कमी आएगी, जिससे विशेष रूप से तीर्थयात्रियों को फायदा होगा। 

मोदी ने 15 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सिकंदराबाद और विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, जो दोनों तेलुगु भाषी राज्यों को इस तरह की सेवा से जोड़ने वाली पहली ऐसी ट्रेन थी। इस अवसर पर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी एवं अन्य मौजूद थे। 

प्रधानमंत्री ने दक्षिणी भारत की चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का हैदराबाद से आंध्र प्रदेश के सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल तिरुपति के लिए शनिवार को शुभारंभ किया जो दोनों स्थानों के बीच यात्रा की अवधि में लगभग तीन घंटे की बचत करेगी। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर मध्याह्न 12 बजे एक समारोह में श्री मोदी ने 20701 /20702 सिकंदराबाद – तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।  इससे पहले मोदी ने यहाँ आने के बाद ट्रेन में सवार स्कूली बच्चों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। 

मोदी ने ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना करने के बाद सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास की महत्वांकाक्षी परियोजना का शिलान्यास और हैदराबाद के उपनगरीय क्षेत्रों के लिए 13 नयी एमएमटीएस सेवाओं का शुभारंभ किया तथा सिकंदराबाद से महबूबनगर के बीच करीब 85.24 किलोमीटर लंबी लाइन के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का लोकार्पण भी किया। हैदराबाद और तिरुपति के लिए वैसे तो कई ट्रेनें चलती हैं और सिकंदराबाद से तिरुपति के बीच करीब 661 किलोमीटर की दूरी तय करने में सबसे तेज रफ्तार ट्रेन को भी कम से कम 11 से 12 घंटे लगते हैं, पर अब वंदे भारत एक्सप्रेस आठ घंटे 30 मिनट में तय करेगी। इस तरह से दोनों स्थानों के बीच यात्रा की अवधि में ढाई से तीन घंटे की कमी आएगी। 

मोदी ने कल अपने ट्वीट में सिकंदराबाद तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस गर्व, आराम और कनेक्टिविटी का पर्याय है। इस ट्रेन से पर्यटन, विशेषकर आध्यात्मिक पर्यटन को लाभ होगा। इससे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। मोदी ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के बारे में एक और ट्वीट में कहा, “बुनियादी ढांचे के उन्नयन की एक महत्वपूर्ण परियोजना, जिससे असंख्य लोग लाभान्वित होंगे।” 

इस स्टेशन के पुनर्विकास पर करीब 720 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। नियमित सेवा में यह गाड़ी मंगलवार को छोड़ कर सप्ताह के छह दिन चलेगी। 20701 डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस सिकंदराबाद से सुबह छह बजे रवाना हो कर दोपहर ढाई बजे तिरुपति पहुंचेगी तथा वापसी में 20702 अप गाड़ी सवा तीन बजे तिरुपति से चल कर रात पौने 12 बजे सिकंदराबाद पहुंचेगी। मार्ग में यह गाड़ी नालगोंडा, गुंटूर, ओंगोल और नेल्लोर रुकेगी। 

शनिवार को उद्घाटन यात्रा में यह गाड़ी पूर्वाह्न 11.30 बजे रवाना हो कर रात नौ बजे तिरुपति पहुंचेगी। यह ट्रेन नियमित ठहरावों के साथ चेर्लापल्ली, मिर्यालगुडा, पिडुगुरल्ला, तेनाली, बापटला, चिरला और गुडूर में भी रुकेगी। इस प्रकार से उद्घाटन यात्रा साढ़े नौ घंटे में पूरी होगी। वंदे भारत का किराया तय फ़ार्मूले के अनुसार शताब्दी एक्सप्रेस के किराये का 1.3 गुना एग्जीक्यूटिव श्रेणी में और 1.4 गुना चेयरकार में रखा गया है।

इस गाड़ी में सिकंदराबाद से तिरुपति के लिए चेयरकार का किराया 1680 रुपये और एग्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया 3080 रुपये है। वापसी में तिरुपति से सिकंदराबाद लिए चेयरकार का किराया 1625 रुपये और एग्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया 3030 रुपये है। वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल 16 कोच हैं। इनमें 14 एसी चेयर कार और 2 एग्जीक्यूटिव क्लास कोच है। इसमें 1128 सीटें यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेंगी।