देहरादून: मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून में उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आयोजित “प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट” कार्यशाला में प्रतिभाग कर राज्य के पहले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट, काशीपुर इकाई का वर्चुअली लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज घरों, उद्योगों, होटलों, रेस्टोरेंट, प्रतिष्ठानों से निकलने वाला प्लास्टिक वेस्ट हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया है। इस चुनौती से निपटने के लिए हमें आधुनिक तकनीक से प्लास्टिक कचरे के रिसाइक्लिंग तकनीक को विकसित करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्लास्टिक उत्पादन से संबन्धित उद्योग/इकाई द्वारा EPR रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में उत्तर भारत में अग्रणी है, जो कि हम सब के लिए उत्साह जनक संकेत हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें उत्तराखण्ड में वेस्ट टू वैल्थ और वेस्ट टू एनर्जी की दिशा में काम करने की ओर अग्रसर होना होगा। अब सर्कुलर इकोनॉमी का कॉन्सेप्ट आ चुका है, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में कारगर साबित होगा। कचरे को सिर्फ कचरा न समझ कर एक संसाधन के तौर पर देखने की आवश्यकता है। इससे आम लोगों को आजीविका के साथ-साथ रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होंगे। आज देश में कई स्टार्टअप इस दिशा में नई तकनीक व उत्पाद के साथ सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित जीवनशैली व दिनचर्या को अपनाते हुए हम पूरे विश्व को यह सन्देश दे सकते हैं कि हमारे प्रदेश व देश के नागरिक पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग व प्रतिबद्ध हैं। इस दौरान प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण आर.के सुधांशु, निदेशक पर्यावरण एस. पी सुबुद्धि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव सुशांत पटनायक, संयुक्त निदेशक पर्यावरण नितेश मणि, समेत अन्य लोग मौजूद रहे।