पालमपुर: पालमपुर में 3 दशकों से रोपवे बनाने की कवायद को सिरे चढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पालमपुर में यह बात कही। शांता कुमार से मुलाकात के पश्चात मीडिया से रू-ब-रू होते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पालमपुर में रोपवे बनाया जाएगा।
पालमपुर में लगभग 3 दशक से अधिक समय से रोपवे बनाए जाने की योजना हिचकौले खा रही है। कभी शिलान्यास हुआ तो कभी योजना खटाई में पड़ गई परंतु धरातल पर रोपवे का कार्य नहीं हो पाया। केंद्र सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय द्वारा पालमपुर से थाथरी-चूंजा धार-ग्लेशियर रोपवे प्रोजैक्ट को गत वर्ष स्वीकृति प्रदान की गई है। 605 करोड़ रुपए का यह प्रोजैक्ट लगभग साढ़े 13 किलोमीटर लंबा होगा तथा यह रोपवे पालमपुर को धौलाधार की चोटी पर स्थित चूंजा ग्लेशियर से जोड़ेगा। समुद्र तल से लगभग 12000 फुट तक की ऊंचाई पर पर्यटक इस रोपवे के बनने पर पहुंच सकेंगे।
हिमाच्छादित क्षेत्र तक पहुंचने के लिए लगभग 30 मिनट का समय लगेगा तथा इस संदर्भ में 2019 में प्रोजैक्ट रिपोर्ट तैयार की गई थी परंतु उस समय अधिक लागत होने के कारण किसी भी निवेशक ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। ऐसे में अब भूतल परिवहन मंत्रालय ने इस प्रोजैक्ट को स्वीकृति प्रदान की है। शांता कुमार पालमपुर में रोपवे बनाए जाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत रहे हैं। वहीं पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल ने भी पालमपुर में पर्यटन की दृष्टि से रोपवे की स्थापना को आवश्यक बताया था।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पालमपुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल से भेंट की। यह एक शिष्टाचार भेंट थी। धर्मशाला से पालमपुर आगमन के दौरान मुख्यमंत्री का न्यूगल खड्ड पुल पर लोगों ने स्वागत किया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल के आवास पर भी पहुंचे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, विधायक आशीष बुटेल, यादविंद्र गोमा, संजय अवस्थी और सुरेश कुमार आदि मौजूद रहे।