चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह से रेल के जरिए कोयले की 100 प्रतिशत सप्लाई करने का अनुरोध किया है। केंद्रीय मंत्री के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि ऊर्जा मंत्रालय ने महानदी कोलफील्ड्ज लिमिटेड (एम.सी.एल./तलचर खदानों) से जनवरी 2023 से पंजाब को 15-20 प्रतिशत घरेलू कोयले की लिफ्टिंग ‘रेल-समुद्री जहाज-रेल’ (आर.एस.आर.) द्वारा शुरू करने के लिए कहा है।
भगवंत मान ने कहा कि तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टी.एस.पी.एल.) के पास एम.सी.एल./तलचर से 67.20 लाख मीट्रिक टन कोयले की लिंकेज है। इस एडवाइजरी के मुताबिक तकरीबन 12-13 लाख मीट्रिक टन कोयला आर.एस.आर. के माध्यम से लाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने रोष जताया कि आर.एस.आर. माध्यम से कोयले की पहुंच मूल्य में तकरीबन 1600 रुपए प्रति मीट्रिक टन की बड़ी वृद्धि होगी।
जिससे हर साल तकरीबन 200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय बोझ झेलना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने रोष जताया कि 1400 किलोमीटर से ज्यादा दूर स्थित ताप बिजली घरों को रेलवे के जरिए किराए में दी गई राहत 31 दिसम्बर, 2021 में खत्म होने के बाद से बढ़ाई नहीं गई, जिसके नतीजे के तौर पर रेलवे के भाड़े में एकदम वृद्धि हुई।
भगवंत मान ने कहा कि आर.एस.आर. माध्यम के जरिए कोयले की ढुलाई के दौरान लादने और उतारने के लिए कई साधन लगेंगे, जिससे ट्रांजिट नुक्सान 0.8 प्रतिशत से बढ़कर 1.4 प्रतिशत हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह के पास राज्य के कोटे में से बी.बी.एम.बी. में मैंबर पावर नियुक्त करने का मुद्दा भी उठाया। दोनों नेता बी.बी.एम.बी. के मामलों को सुचारू बनाने के लिए जल्द मैंबर नियुक्त करने के लिए सहमत हुए। उन्होंने इस बात पर भी रजामंदी अभिव्यक्त की कि मैंबर की नियुक्ति की समूची प्रक्रिया जल्द ही मुकम्मल कर ली जाएगी।