चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने प्रवासी पंजाबी समुदाय के मुद्दों और शिकायतों से तुरंत निपटने का फैसला किया है। यह वादों को सुनने के लिए ‘एनआरआई पंजाबी नल मिलनी’ नाम से पांच कार्यक्रम आयोजित करेगा। ये प्रोग्राम जालंधर, एसएएस नगर (मोहाली), लुधियाना, मोगा और अमृतसर में क्रमश: 16, 19, 23, 26 और 30 दिसंबर को होंगे। एनआरआई मामलों के विभाग, एनआरआई आयोग और एनआरआई सभा के साथ समीक्षा बैठक के बाद राज्य के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि इन बैठकों के दौरान एनआरआई पंजाबियों के मुद्दों और शिकायतों को तुरंत और साथ ही मौके पर हल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जालंधर, होशियारपुर, एसबीएस नगर और कपूरथला से संबंधित एनआरआई के मुद्दों को 16 दिसंबर को जालंधर में एक बैठक के दौरान सुना और हल किया जाएगा। इसी तरह 19 दिसंबर को एसएएस नगर में होने वाले कार्यक्रम में एसएएस नगर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और पटियाला जिलों के प्रवासियों के मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि 23 दिसंबर को लुधियाना में प्रोग्राम के दौरान लुधियाना, संगरूर, बरनाला और मलेरकोटला के प्रवासी भारतीयों के मुद्दों का समाधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 26 दिसंबर को मोगा और अमृतसर में एक कार्यक्रम में मोगा, फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर, फाजिल्का, बठिंडा, मनसा और अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन जिलों से संबंधित 30 मुद्दों को कवर किया जाएगा। धालीवाल ने कहा कि 15 एनआरआई थानों में मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। उन्होंने कहा, “प्रत्येक एनआरआई पुलिस स्टेशन को दो लाख रुपये दिए जाएंगे और जल्द ही कुल 30 लाख रुपये जारी किए जाएंगे।” मंत्री ने कहा कि पीसीएस स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया जाएगा, जो जिला प्रशासन के सहयोग से संबंधितों के मुद्दों और शिकायतों का समाधान करेंगे।