इस्लामाबाद: पाकिस्तान को नया आर्मी चीफ (सेना प्रमुख) मिल गया है। लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह लेंगे। मुनीर 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर पुलवामा के पास सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमले का असल मास्टर मांइड है। इस हमले में भारत ने सीआरपीएफ के 40 जवान खोए थे।
सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब के मुताबिक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने लेफ्टिनेंट जनरल मुनीर को सेना प्रमुख और लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने सिफारिश राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से की। राष्ट्रपति ने इसकी मंजूरी प्रदान कर दी।
बाईस करोड़ की आबादी, 350 अरब डॉलर की जीडीपी और परमाणु हथियारों से लैस पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख मुनीर सबसे ज्यादा चर्चा में 2019 में आए। तब उन्होंने आईएसआई चीफ के नाते तत्कालीन प्रधानममंत्री इमरान खान के सामने उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। अब आर्थिक, राजनीतिक और इस्लामी कट्टरपंथियों की चुनौती के बीच मुनीर के फैसले पाकिस्तान की दशा और दिशा तय करेंगे। यह दुनिया जानती है कि पाकिस्तान की घरेलू राजनीति और विदेश नीति सेना प्रमुख के इर्द-गिर्द ही घूमती है।
नए सेना प्रमुख मुनीर भारत से नफरत और क्रूर साजिशें रचने में कुख्यात रहे हैं। मुनीर आतंकियों को पालने के लिए कुख्यात पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और मिलिट्री इंटेलिजेंस दोनों के प्रमुख रह चुके हैं। मुनीर को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का विश्वस्त भी माना जाता है। सीआईए मुनीर के जरिये पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कई अहम अभियानों को अंजाम दे चुकी है। असीम मुनीर को मुस्लिम देशों में कुरान का विद्वान (हाफिज-ए-कुरान) माना जाता है।