मुख्यमंत्री धामी ने मसूरी में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का किया शुभारंभ

देहरादून:  मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हेलीकॉप्टर से मसूरी के पोलो ग्राउंड पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शिविर उत्तराखंड के समस्त पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया जा रहा है। इससे पूर्व जिलाधिकारी देहरादून ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

शिविर के दौरान उत्तराखंड के विकास के लिये आने वाले 5 से 10 सालों को लेकर रोड मैप बनाया जायेगा कि किस प्रकार से प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत किया जा सके। जीडीपी में ग्रोथ हो और लोगों का जीवन स्तर को ऊपर उठाया जाने को लेकर काम किया जायेगा।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अधिकारियों और मंत्रियों का समय-समय पर प्रदेश के दूरदराज इलाकों में प्रवास हो जिससे कि दूरदराज इलाकों का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि पुराने समय पर लखनऊ में बैठकर प्रदेश के विकास के लिए रोड मैप बनता था और वह नही चाहते की देहरादून में बैठ कर प्रदेश के विकास का रोडमैप बनाया जाये।

उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में जाकर रोडमैप तैयार किया जाए सभी अधिकारियों की जवाबदेही तय हो और अधिकारियों के कार्य का मूल्यांकन किया जाएगा कि किस अधिकारी द्वारा क्या रिजल्ट दिये गए है। वह इसी के आधार पर अधिकारियों का परफॉर्मेंस भी देखा जायेगा।

उन्होंने कहा प्रदेश के सभी अधिकारियों को चितन शिविर में चिंतन के साथ प्रदेश के विकास के लिए चिंता भी करनी होगी कि उत्तराखंड राज्य देश के श्रेष्ठ राज्यों में शामिल हो। उन्होंने कहा कि हमारा 2025 का लक्ष्य है कि उत्तराखंड को देश के अग्रणी नये राज्यों में शामिल किया जा सके, जिसके लिए लगातार विभिन्न माध्यमों से मंथन किया जा रहा है।

मसूरी में आयोजित चिंतन शिविर में भी तीन दिवसीय चिंतन चलेगा और उनका मानना है कि इस चिंतन से जरूर अमृत निकलेगा और इस अमृत से उत्तराखंड आगे बढ़ेगा।

उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर के अलग-अलग सेक्शन में हर अधिकारी के लक्ष्य निर्धारित किए जाएंगे। मसूरी में तीन दिवसीय चिंतन शिविर को लेकर सुरक्षा के पुख्ता जाम किए गए हैं। प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारी सचिव और अधिकारी शिविर में प्रतिभाग कर रहे हैं।