पंचायत राज मंत्रालय की उप सचिव ने उर्गम घाटी पहुंचकर विकास कार्यों की समीक्षा की

गोपेश्वर: पंचायत राज मंत्रालय के उप सचिव मालती रावत ने शुक्रवार को जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी की ग्राम पंचायत देवग्राम, उर्गम, ल्यांरी, थैणा, भरकी, भेंटा के विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने पंचायत को और सुदृढ़ बनाने के बारे में सुझाव मांगे।

उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि पंचायत सशक्त हो और पंचायत अपने संसाधनों को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि पंचायतों को बहुउद्देशीय कार्य करने चाहिए, जिससे पंचायत मजबूत होगी और समाज के गरीब तबके को लाभ मिलेगा। पंचायतों की आय बढ़ाने के लिए भी पंचायत के लोगों को विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की ओर से दिए गए सुझाव को संकलित करके भारत सरकार को प्रेषित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार भी चाहती है कि दूर दराज की ग्राम पंचायतों को गोद लिया जाए। वहां अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और उसकी समीक्षा करते रहें। पंचायत को जो आवश्यकता हो वह पूरी की जाए। इस दौरान उन्होंने पंच केदार के कल्पेश्वर धाम के दर्शन किए। उन्होंने जनदेश सामाजिक संगठन के माध्यम से संचालित चाइल्ड हेल्पलाइन पर चर्चा की। चाइल्ड दोस्ती कार्यक्रम से जुड़कर 1098 सेवा के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि चाइल्ड लाइन सेवा 24 घंटे की आकस्मिक सेवा है। बच्चों की इससे जुड़कर सहायता की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों का उद्देश्य ग्रामों का सर्वांगीण विकास है जिसमें बच्चे भी आते हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने पुरस्कार शुरू किया है जिसमें ग्राम पंचायतों में बाल मित्र ग्राम पंचायतें होंगी वहां पर उन पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाता है। उन्होंने अपील की कि ग्राम पंचायतें इस तरह के कामों में आगे आएं और बच्चों के अधिकारों के लिए काम करें।