देहरादून: मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन एवं भूकम्परोधी तकनीक क्षेत्र और स्थानीय उत्पादों की वैल्यू एडिशन मार्केटिंग के लिए जापान से सहयोग लेने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में पार्टनरशिप बढ़ाने पर जोर दिया।
मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिक्की फोरम ऑफ पार्लियामेंटेरियन्स की ओर से जापानी दूतावास के सहयोग से आयोजित संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जापानी प्रतिनिधिमण्डल का जापानी भाषा से शुरूआत कर स्वागत किया। इस दौरान राज्य से जुड़े विभिन्न विषयों पर जापान और उत्तराखंड के बीच पार्टनरशिप को बढ़ाने के लिए चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड भूकम्प एवं आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। आपदा प्रबंधन व भूकम्परोधी तकनीक के क्षेत्र में जापान राज्य को क्या सहयोग दे सकता है, इस दिशा में प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में डिजास्टर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के लिए जापान से सहयोग लिया जाए। उत्तराखंड में पर्यटन, कृषि, हॉर्टीकल्चर के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इनको बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की वैल्यू एडिशन कर मार्केटिंग में जापान से किस प्रकार सहयोग लिया जा सकता है, इस ओर ध्यान दिया जाए। उत्तराखंड के स्थानीय कल्चर एवं सांस्कृतिक विरासत से संबंधित जानकारी व अन्य अध्ययन के लिए जापान से कोई भी प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड आना चाहते हैं, तो उनका देवभूमि उत्तराखंड में स्वागत है। राज्य की ओर इसके लिए हर संभव सहयोग दिया जाएगा। उत्तराखंड योग, आयुष, वैलनेस टूरिज्म के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है। इन क्षेत्रों में जापान को जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, वह दी जाएगी।
इस मौके पर सांसद एवं फिक्की फोरम ऑफ पार्लियामेंटेरियन्स के अध्यक्ष राजीव प्रताप रूडी, भारत जापान दूतावास के उप प्रमुख कुनिहिको कावाजू, फिक्की के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल मनीष सिंघल, सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा आदि उपस्थित थे।