केंद्र की योजनाओं का पूरा अनुपालन कर रही है सरकार: प्रतिमा भौमिक

देहरादून: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री प्रतिमा भौमिक जो दो दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड पहुंची। उन्होंने भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से भेंट की।

बुधवार को प्रदेश मुख्यालय में उन्होंने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार केन्द्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरा-पूरा अनुपालन कर रही है जिसका लाभ यहां के दिव्यांगों और निरीहजनों को मिल रहा है। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का कहना है कि मातृ शक्ति के सशक्त होने पर ही देश सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 8 वर्षों में महिलाओं के लिए 80 से ज्यादा योजनाएं बनाया जाना इसका उदाहरण है।

डबल इंजन की सरकार की चर्चा करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में डबल इंजन का प्रभाव स्पष्ट दिखता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री महिलाओं तथा ग्रामीणों के विकास को पूरी तरह समर्पित हैं। उत्तराखंड के सीमांत गांव माणा की यात्रा इसी बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गांवों के विकास पर कितना ध्यान केंद्रित करते हैं। प्रधानमंत्री के शब्दों को दोहराते हुए प्रतिमा भौमिक ने कहा कि प्रधानमंत्री का मानना है कि गांव से जुड़कर ही ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत ’ के संकल्प को पूरा किया जा सकता है।

भाजपा प्रदेश मुख्यालय में अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रतिमा भौमिक ने कहा कि 80 हजार दिव्यांगों को पेंशन दिया जाना उत्तराखंड की विशिष्ट उपलब्धि है। इनके लिए यूआईडी कार्ड बनाना महत्वपूर्ण तो है ही, प्रदेश ने 58 प्रतिशत कार्ड बनाने का कार्य पूर्ण कर लिया है इसके लिए उन्होंने प्रदेश सरकार तथा विभागीय मंत्री चंदन रामदास की सराहना की।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में दिव्यांग बच्चों के मां-बाप को 700 रुपये प्रतिमाह मिल रहा है जो अपने आप में महत्वपूर्ण है। इसी प्रकार कर्नाटक सरकार द्वारा दिव्यांग बच्चों के मां-बाप को मनरेगा की व्यवस्था से जोड़ा गया है। इस संदर्भ में उत्तराखंड भी प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास हम सबके लिए प्रेरणा का कार्य कर रहे हैं। समाज में महिलाओं, दिव्यांगों तथा विशिष्टजनों को सम्मान मिले यह हम सबका ध्येय है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि नंदादेवी वीरता सम्मान से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा और पाथेय की जानकारी होगी।