नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चौथी बार पाकिस्तान की सीमा पर जवानों के साथ दीपावली मनाएंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद से वह लगातार आठ साल से सैनिकों के बीच दीपावली मनाते आ रहे हैं। इस साल वह सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने की अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए जम्मू-कश्मीर में कारगिल के द्रास सेक्टर पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री दोपहर एक बजे तक जवानों के साथ रहेंगे। उन्होंने पिछले साल भी पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में जवानों के साथ दीपावली मनाई थी।
जवानों के संग मनाते रहे हैं दिवाली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केंद्र की सत्ता संभालने के बाद 2014 से हर साल दीपावली का त्योहार सैनिकों के साथ मनाने के लिए देश के किसी न किसी बॉर्डर पर जाते हैं। पीएम मोदी इस दौरान जवानों से मुलाकात करते हैं, उनके साथ वक्त बिताते हैं और उन्हें मिठाई खिलाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में इस परंपरा की शुरुआत दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन से की थी। उन्होंने 23 अक्टूबर 2014 को बतौर पीएम सियाचिन में पहली दिवाली मनाई थी। अगले साल 2015 में 11 नवंबर को पंजाब के अमृतसर में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। यहां वे 1965 युद्ध के वॉर मेमोरियल का दौरा भी करने पहुंचे थे।
बतौर प्रधानमंत्री मोदी तीसरी दीपावली 2016 में मनाने के लिए 30 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के चांगो गांव में पहुंचे थे। यहां उन्होंने भारत-चीन बॉर्डर के पास जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री ने 18 अक्टूबर, 2017 को जम्मू-कश्मीर के गुरेज वैली में एलओसी पर जवानों के बीच जाकर दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री ने 07 नवंबर, 2018 को उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत के आखिरी गांव माणा के करीब चीन की सरहद पर तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।
केन्द्र की सत्ता में दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने इस परंपरा को जारी रखा।उन्होंने 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जश्न मनाने के लिए के लिए 27 अक्टूबर, 2019 को राजौरी पहुंचे और एलओसी पर तैनात सैनिकों के साथ दीपावली मनाई। राजौरी से लौटते वक्त पीएम मोदी ने पठानकोट एयरबेस पर एयर वॉरियर व अन्य कर्मियों संग दिवाली मनाने के बाद एयरबेस में लड़ाकू विमानों का भी जायजा लिया था।
इसी तरह उन्होंने 2020 की दिवाली 14 नवंबर को पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर राजस्थान के जैसलमेर में लोंगेवाला पोस्ट पर जवानों के साथ मनाई थी। उन्होंने उस दौरान जिस अर्जुन टैंक पर सवारी की थी, उसके उन्नत संस्करण स्वदेशी मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन एमके वन-ए टैंकों की आपूर्ति के लिए एचएएल को ऑर्डर दिया जा चुका है। पिछले साल यानी 2021 में उन्होंने दिवाली का त्योहार पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर में मनाया था। यह वही जगह है जहां 1947 में पाकिस्तान की शह पर कबायलियों ने दीपावली के दिन ही राजौरी जिले पर हमला करके सैकड़ों लोगों को शहीद कर दिया था। 12 अप्रैल, 1948 तक चली कार्रवाई में सेना ने कबायलियों को खदेड़ दिया था। इसीलिए दीपावली के दिन राजौरी में हर साल कबायली हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
पिछली शाम अयोध्या के दीपोत्सव में शामिल हुए
इस साल पीएम मोदी दिवाली उत्सव पर लगातार अलग-अलग जगहों पर जा रहे हैं। वह 21 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। इसके बाद 23 अक्टूबर को रामलला विराजमान के दर्शन करने के साथ ही अयोध्या के दीपोत्सव में शामिल हुए और भव्य लेजर शो देखने के बाद देर रात अयोध्या से दिल्ली लौटे। आज नौवीं बार सीमा पर सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के करगिल द्रास पहुंच गए हैं। यह चौथा मौका है, जब प्रधानमंत्री पाकिस्तान की सीमा पर जवानों के साथ दीपावली मनाएंगे। वह दोपहर एक बजे तक जवानों के साथ रहेंगे। पीएम के आने की सूचना से जवान भी बेहद उत्साहित हैं। सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। प्रधानमंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल सिंह, सेना प्रमुख मनोज पांडे भी शामिल हो सकते हैं।