देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड ने उत्तराखंड के आम जनमानस को झकझोर दिया है इसलिए हर कोई चाहता है कि जल्द हत्यारों को सजा मिले, ताकि उत्तराखंड की बेटी को न्याय मिल सके।
रावत ने कहा है कि सरकार उस वीआईपी के नाम का भी खुलासा करे। हरीश रावत ने कहा कि धामी सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने सभी आरोपियों को रिमांड में लेकर कई राज उगलवा लिये हैं। खुद एसआईटी प्रभारी डीआईजी पी. रेणुका ने दावा किया है कि जांच पड़ताल अंतिम चरण में है और रिजार्ट में वीआईपी को एक्सट्रा सर्विस देने सहित तमाम पहलुओं की पड़ताल की जा रही है।
उनका कहना है कि जल्द चार्जशीट – फाइल कर कारवाई की जाए। रावत ने कहा है कि आखिर वह वीआईपी कौन था इसे स्पष्ट किया जाए। रावत ने दावा किया है कि जिस वीआईपी को एक्सट्रा सर्विस देने का आरोप अंकिता भंडारी ने अपने दोस्त के साथ बातचीत में लगाया था, उस वीआईपी की अब तक गिरफ्तारी न होना लोगों को चिंता में डाल रहा है।
उन्होंने कहा है कि राजनीतिक लोगों के जेहन में वह वीआईपी चेहरा कुछ कुछ साफ होने लगा है। रावत ने कहा है कि संदेह है कि वह वीआईपी बहुत ही वजनदार व्यक्ति है और उत्तराखंड के राजनीतिक घटनाक्रम से उसका पहले से भी संबंध रहा है। उन्होंने राज्य के लोगों का आह्वान किया है कि वे अपने अपने तरीके से दो तीन दिन में अपनी चिंता प्रकट करें। यह उपवास, बयान या सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये हो सकता है। रावत ने मुख्यमंत्री से कहा कि राज्य के भरोसे को कायम रखिए।