देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि खिलाड़ी जीत का ऐसा जज्बा और जुनून रखें जो आपको बुलंदियों की ऊंचाई तक ले जाए। ऊंची सोच, ऊंचे सपने देखकर उस ओर दृढ़ निश्चय के साथ मेहनत करें। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि अभी से राष्ट्रीय एवं ओलंपिक खेलों की तैयारी करें। राज्यपाल शनिवार को राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, रायपुर से खेल महाकुंभ-2022 के शुभांरभ अवसर पर बोल रहे थे। युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग के इस खेल महाकुंभ में खेल मंत्री रेखा आर्या और स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ भी उपस्थित रहे।
राज्यपाल ने कहा कि यह बहुत सुन्दर अवसर है जब युवाओं को खेलों के माध्यम से गांव से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक शुरूआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि खेल में भाग लेने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को यह बात ध्यान रखनी होगी कि खेलों में केवल शारीरिक बनावट और ताकत के बल पर जीत नहीं मिलती बल्कि इसके लिए निरंतर अभ्यास, एकाग्रता और बौद्धिक क्षमता का भी परिचय देना होता हैं।
उन्होंने कहा कि जीत की भावना से खेलें और देश एवं प्रदेश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी उत्तराखण्ड को दी गई है जिस पर हमें खरा उतरना होगा। इसके लिए युवा अभी से अपने लक्ष्य और अपने तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करें।
इससे पूर्व उन्होंने खिलाड़ियों को खेल मशाल सौंपकर खेल महाकुंभ का शुभांरभ करते हुए प्रतियोगिता में विजेता खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र और मेडल भी दिए। राज्यपाल ने इस दौरान प्रतिभागी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्द्धन किया।
राज्यपाल को खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि खेल महाकुंभ का आयोजन चार स्तर पर किया जाएगा, जिनमें न्याय पंचायत, विकासखंड, जिला और राज्य शामिल हैं। साल 2017 से उत्तराखंड में लगातार हर साल खेल महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। इस साल 1 अक्टूबर से इसका आगाज हुआ है।
खेल मंत्री बताया कि 01 अक्टूबर से 15 जनवरी तक आयोजित होने वाले इस खेल महाकुंभ में तकरीबन 10 करोड़ का बजट रखा गया है। इस खेल महाकुंभ के तहत सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों से न्याय पंचायत स्तर पर खिलाड़ियों का चयन किया जाता ।जहां पर दो आयु वर्ग और 3 विधाओं में छात्रों को ब्लॉक स्तर तक चयनित किया जाता है। ब्लॉक स्तर से 3 आयु वर्ग और 4 विधाओं में खिलाड़ियों को डिस्ट्रिक्ट लेवल तक और उसके बाद फिर स्टेट लेवल तक आते हैं।
उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि खेलेगा उत्तराखंड तो आगे बढ़ेगा उत्तराखंड। इस मौके पर खेल मंत्री ने खेल छात्रवर्ती योजना, स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड, खिलाड़ियों को मिलने जा रही प्रोत्साहन राशि सहित अन्य योजनाओं के बारे में भी सभी लोगों को अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष खेल महाकुम्भ 2022 के अन्तर्गत राज्य के पारम्परिक खेलों जिनमे मुर्गा झपट,अड्डू ,गुल्ली डंडा, रस्सा कस्सी आदि शामिल हैं को भी पुनर्जीवित किया जाएगा जिन्हें की शो मैच के रुप में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 662 न्याय पंचायतें हैं जिसमे सबसे बड़ी न्याय पंचायत सिसौना, सितारगंज हैं जिसमें की 22 ग्राम हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम में रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ,विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, निदेशक खेल एवं युवा कल्याण जितेन्द्र सोनकर, सयुंक्त निदेशक युवा कल्याण अजय अग्रवाल, संयुक्त निदेशक खेल धर्मेंद्र भट्ट, उप निदेशक युवा कल्याण शक्ति सिंह सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी और खिलाड़ी उपस्थित थे।