देहरादून: मुख्यमंत्री ने प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में नकल माफिया पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई करने और अवैध संपत्ति का पता लगाने के लिए डीजीपी उत्तराखंड को निर्देश दिए थे। इसी क्रम में डीजीपी ने एसटीएफ को नकल माफिया पर सख्त कार्रवाई और अवैध संपत्ति की जांच के लिए लगाया था। एसटीएफ ने 21 आरोपितों पर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है,जिसमें नकल माफिया हाकम सिंह की बेनामी,अवैध संपत्ति की खोजबीन कर ली गई है।
आरोपित हाकम सिंह के तहसील मोरी में ग्राम सिदरी में निर्मित रिजॉर्ट और भवन की ज्वाइंट जांच (एसटीएफ व राजस्व पुलिस) में उपरोक्त रिजॉर्ट राज्य सरकार की भूमि पर साथ ही गोविंद वनजीय विहार, पुरोला की जमीन पर अवैध निर्माण पाया गया है। इसके साथ ही दो सेब के बाग भी राज्य सरकार की भूमि को अतिक्रमित कर कब्जा किया जाना प्रकाश में आया है। उपरोक्त रिजॉर्ट का रजिस्ट्रेशन होम स्टे के लिए अप्लाई करने के उपरांत सही कागजात न होने पर अभियुक्त द्वारा नही कराया गया और अवैध संचालन किया जा रहा था।
गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियुक्त हाकम के 7 बैंक अकाउंट का पता चला है, जिसमें लाखों के ट्रांजेक्शन विगत वर्ष में हुए हैं। इन अकाउंट में अवैध धनराशि 16 लाख से अधिक को फ्रीज कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त करीब 5 हजार वर्ग मीटर भूमि कोटगांव, 1250 वर्ग मीटर जमीन ग्राम भीतरी, 3000 वर्ग मीटर से ज्यादा जमीन कोट गांव के पास साथ ही 2850 वर्ग मीटर जमीन भीतरी के पास,के साथ ही देहरादून में 1000 वर्ग मीटर जमीन पर देहरादून में तीन मंजिला मकान है, के रिकॉर्ड एसटीएफ ने जांच में शामिल कर लिए हैं। इसकी अनुमानित कीमत करोड़ों में होने की संभावना है। चल संपत्ति में इनोवा गाड़ी के साथ अन्य के नाम कुछ वाहनों का पता भी चला है। समस्त अवैध रूप से अर्जित संपति पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।