रोहित ने भुवनेश्वर कुमार का किया बचाव, कहा-दो मैचों के प्रदर्शन से उन्हें जज करने की जरूरत नहीं

दुबई: श्रीलंका के खिलाफ चल रहे एशिया कप 2022 के सुपर फोर चरण में अपनी टीम की लगातार दूसरी हार के बाद, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि बल्लेबाज बीच के ओवरों के दौरान प्राप्त गति को भुनाने में विफल रहे।

सलामी बल्लेबाज पथुम निसानका (52) और कुसल मेंडिस (57) के अर्धशतकों की बदौलत मंगलवार को चल रहे एशिया कप 2022 में श्रीलंका ने भारत को रोमांचक सुपर फोर मुकाबले में छह विकेट से हराया।

रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हमने पहले छह ओवरों में वैसी बल्लेबाजी नहीं की, जैसा हम चाहते थे। लेकिन उसके बाद हमें गति मिली। लेकिन हम इसे भुनाने और खेल खत्म करने में असफल रहे। मुझे लगता है कि हमने 10-12 रन कम बनाए, लेकिन 175 रन भी बचाव योग्य स्कोर था। जिस तरह से स्पिनरों ने गेंदबाजी की, उन्होंने हमें उम्मीद दी और हमें फिर से मैच में वापसी दिलाई। लेकिन हम मैच को उस तरह से खत्म नहीं कर सके जिस तरह से हम चाहते थे।

लगातार दो मैचों में भुवनेश्वर कुमार के डेथ ओवरों में निराशाजनक प्रदर्शन पर सवाल पूछने पर रोहित ने कहा कि टीम को इसकी कोई चिंता नहीं है।

उन्होंने कहा, अनुभवी गेंदबाज भी रन लुटाते हैं। भुवनेश्वर कुमार हमारे लिए सालों से खेल रहे हैं, दो मैचों के बाद उन्हें जज करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने हमें डेथ ओवरों में कई मैच जीताए हैं।

कप्तान ने कहा कि यह वर्तमान टीम ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप खेलने के लिए तैयार टीम की 90-95 प्रतिशत है और बाद में कुछ बदलाव होंगे।

उन्होंने कहा, हम कुछ चीजों को आजमाना चाहते थे। एशिया कप से पहले, हमारे पास चार तेज गेंदबाज, दो स्पिनर थे और उनमें से एक हरफनमौला था। मैं हमेशा यह जानने की कोशिश करना चाहता था कि जब आप तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों और एक ऑलराउंडर के साथ खेलते हैं तो क्या होता है। जब आप गुणवत्ता के साथ खेलते हैं, तो आप खुद को चुनौती देना चाहते हैं। चौथा सीमर उपलब्ध नहीं था, क्योंकि वह बीमार था।

रोहित ने कहा, ऐसे कई सवाल हैं जिनका हमें जवाब देना है, पिछली 3-4 सीरीज में खेलते हुए हमें कुछ सवालों के जवाब मिल गए हैं। कहीं न कहीं, हम एक रेखा खींचेंगे और कहेंगे, हां, इस संयोजन को खेलने की जरूरत है। टी20 विश्व कप टीम की घोषणा होने तक ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका सीरीज में और खिलाड़ियों को आजमाऊंगा।

उन्होंने कहा, हमारे पास छठा गेंदबाजी विकल्प है लेकिन हम पांचवें गेंदबाज के संयोजन को आजमाना चाहते हैं। जब हम विश्व कप में जाते हैं तो हम छह गेंदबाजों के साथ जाना चाहेंगे। हमने छह गेंदबाजों के साथ काफी मैच खेले हैं।

रोहित ने कहा कि वर्तमान में टीम में किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन बड़े टूर्नामेंट में खेलना चुनौतीपूर्ण हो जाता है क्योंकि उनके खिलाफ अधिक प्रतिद्वंद्वी अलग-अलग योजनाओं के साथ खेलते हैं।

कप्तान ने कहा कि श्रीलंका को जो शुरुआत मिली वह शानदार थी और इसने खेल को बदल दिया।

रोहित ने कहा कि पक्ष किसी भी विरोधी को हल्के में नहीं लेता है। उन्होंने कहा, आपको उनके खिलाफ जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना होगा। मैं वास्तव में पसंदीदा या अंडरडॉग में विश्वास नहीं करता हूं। श्रीलंका ने अपने आखिरी मैच में जिस तरह से खेला है, वह उनकी टीम की गुणवत्ता है।

ड्रेसिंग रूम के माहौल पर उन्होंने कहा, जब आप हारते हैं तो बहुत सारे सवाल उठते हैं। हमने ड्रेसिंग रुम का माहौल इस तरह से बनाया है कि चाहे जीत हो या हार माहौल खुशनामा ही रहता है। हम जीत या हार के आधार पर खिलाड़ियों को नहीं आंकेंगे। उनके पास क्षमता है, इसलिए वे यहां हैं।

इस जीत के साथ ही श्रीलंकाई टीम अब फाइनल के और करीब पहुंच गई है।

मैच की बात करें तो इस मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 173 रन बनाए। कप्तान रोहित शर्मा ने 72 और सूर्यकुमार यादव ने 34 रन बनाए। इन दोनों के अलावा ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने 17-17 रन बनाए।

श्रीलंका की तरफ से दिलशान मधुशनाका ने 3, चमिका करुणारत्ने औऱ कप्तान दासुन शनाका ने 2-2 व महेश तीक्ष्णा ने 1 विकेट लिया।

जवाब में श्रीलंका ने सलामी बल्लेबाज पथुम निसानका (52) और कुसल मेंडिस (57) के अर्धशतकों की बदौलत श्रीलंका ने 19.5 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 174 रन बनाकर मैच जीत लिया। निसानका और मेंडिस के अलावा भानुका राजपक्षे ने नाबाद 25 और कप्तान दासुन शनाका ने नाबाद 33 रन बनाए। भारत की तरफ से युजवेंद्र चहल ने 3 और रविचंद्रन अश्विन ने 1 विकेट लिया।