गोपेश्वर: अब तक के भाजपा शासन काल में जितनी भी प्रकार की भर्ती हुई है, उन सभी भर्तियों में हुए घोटालों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मंगलवार को कांग्रेस पार्टी चमोली की ओर से चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में प्रदर्शन कर तिराहे पर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया गया।
प्रदर्शन और पुतला दहन के बाद पत्रकारों के बातचीत करते हुए कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष योगेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड की डबल इंजन की सरकार, भय और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा करने वाली पार्टी विद डिफरेंट के शासन काल में वर्तमान समय तक जितनी भी भर्तियां हुई है सभी संदेह के घेरे में आ गई हैं। इनमें से कई भर्तियों में जांच भी चल रही है और कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। इससे जाहिर है कि सरकार जो भ्रष्टाचार मुक्त होने का दावा कर रही थी, उसी के शासन काल में सबसे ज्यादा भर्तियों में घोटाले सामने आये हैं।
उन्हांने कहा कि यहां तक की सरकार के कतिपय मंत्रियों से लेकर अधिकारी और स्वयं मुख्यमंत्री के ओएसडी तक के रिश्तेदारों को सचिवालय में नौकरी दिए जाने का मामला सामने आया है। इससे साफ हो रहा है कि सरकार ने उत्तराखंड में नौकरियों को भी स्वयं का रोजगार बना कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मांग करती है कि इन अब तक जितनी भी भर्ती हुई है, उन सभी की सीबीआई से जांच करवायी जाए।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक कुंवर सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा की केंद्र की सरकार छोटे से छोटे मामले में भी सीबीआई और ईडी की जांच करवा कर तमाम विपक्षी दलों के नेताओं को नाहक ही परेशान करने पर लगी है जबकि उत्तराखंड में भर्ती घोटाला इतना बड़ा मामला सामने आ रहा है उसमें क्यों नहीं सीबीआई और ईडी से जांच करवाती है इससे जाहिर है कि सरकार सीबीआई और ईडी का भी गलत इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने सचिवालय भर्ती घोटाले को लेकर पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पर भी सवाल उठाते हुए उत्तराखंड राज्य बनने से लेकर अब तक के सचिवालय भर्ती को लेकर जांच की मांग की और इस मामले में किसी कोई भी दोषी पाये जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता विकास जुगरान ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार इतना चरम पर पहुंच गया है कि नौकरियां भी अब बिना सुविधा शुल्क दिये बिना पाना आम गरीब बेरोजगार के लिए दिवास्वप्न हो गया है। उन्होंने कहा कि जो भर्ती घोटाले मामले में जो भी मंत्री संदेह के घेरे में आ रहे हैं, उन्हें उनके पदों से हटाकर सीबीआई से जांच करवायी जाए तभी निष्पक्ष जांच हो सकती है।
इस मौके पर पूर्व ब्लाॅक अध्यक्ष आंनद सिंह पंवार, नगराध्यक्ष गोविंद सिंह सजवाण, ओम प्रकाश नेगी, दीवान सिंह बिष्ट, जयवीर नेगी, रविंद्र नेगी, संदीप झिंक्वाण, पुष्कर सूरी, सूर्यप्रकाश पुरोहित, देवेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।