नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए नौ जुलाई को एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आज पूरा भारत जापान के साथ शोक में है और हम इस कठिन घड़ी में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के प्रति हमारे गहरे सम्मान के प्रतीक के रूप में, 9 जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा।”
गृह मंत्रालय ने की ओर से एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे का आज निधन हो गया। दिवंगत नेता के सम्मान में भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि कल (9 जुलाई) को पूरे भारत में एक दिन का राष्ट्रीय शोक होगा। पूरे भारत में शोक के दिन राष्ट्रीय ध्वज उन सभी भवनों पर आधा झुका रहेगा जहां राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराया जाता है और इस दिन मनोरंजन से जुड़ा कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा।
शिंजो आबे को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के दुखद निधन पर स्तब्ध और दुखी हूं। वह एक महान वैश्विक राजनेता, एक उत्कृष्ट नेता और एक उल्लेखनीय प्रशासक थे। उन्होंने जापान और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।”
उन्होंने कहा, “श्री आबे के साथ मेरा जुड़ाव कई साल पुराना है। मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें जानता था और मेरे पीएम बनने के बाद भी हमारी दोस्ती जारी रही। अर्थव्यवस्था और वैश्विक मामलों पर उनकी तीक्ष्ण अंतर्दृष्टि ने हमेशा मुझ पर गहरी छाप छोड़ी।”
मोदी ने कहा, “अपनी हाल की जापान यात्रा के दौरान, मुझे श्री आबे से दोबारा मिलने और कई मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला। वह हमेशा की तरह हाजिर जवाब और व्यावहारिक थे। मुझे क्या पता था कि यह हमारी आखिरी मुलाकात होगी। उनके परिवार और जापानी लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”
उन्होंने कहा, “आबे ने भारत-जापान संबंधों को एक विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया। आज पूरा भारत जापान के साथ शोक में है और हम इस कठिन घड़ी में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं।”
प्रधानमंत्री ने उनके साथ अपनी हालिया मुलाकात की तस्वीर साझा की और कहा कि भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने के लिए हमेशा भावुक रहने वाले आबे अभी-अभी जापान-भारत एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था।