हरिद्वार: संयुक्त कर्मचारी मोर्चा जनपद हरिद्वार की सभी मान्यता प्राप्त राजकीय, निगम,स्वायत्तशासी संगठनों का एकीकरण मंच द्वारा आज नगर निगम हरिद्वार के प्रांगण में कुम्भ मेला भत्ता 2021 न दिए जाने को लेकर हुई। बैठक में कर्मचारियों ने आक्रोश व्यक्त किया। बैठक में पदाधिकारियों ने नगर आयुक्त नगर निगम, उपमेला अधिकारी दयानंद सरस्वती को ज्ञापन सौंपा और मेला अधिकारी कार्यालय में भी ज्ञापन सौंपा।
बैठक में संयोजक संयुक्त कर्मचारी मोर्चा एवं प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ उत्तराखंड के सुनील राजोर, नगर निकाय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अखिलेश शर्मा मुख्य संयोजक संयुक्त मोर्चा दिनेश लखेडा, संयोजक सचिव इंदर सिंह रावत ने कहा कि महाकुंभ मेला में कर्मचारियों ने मेले के साथ साथ कोरोना महामारी में भी कार्य किया है जिसमे स्वास्थ्य, नगर निगम, प्रशासन, परिवहन निगम, आयुर्वेद की अग्रिम भूमिका रही कर्मचारियों को पूर्व से ही महाकुंभ मेला एवं अर्धकुंभ मेला भत्ता महंगाई बढ़ने के प्रतिकार स्वरूप मिलता रहा है, हर बार कर्मचारियों को आंदोलन करना पड़ता है।
चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष शिवनारायण सिंह वरिष्ठ सलाहकार रमेश चंद्र पंत परिवहन से वीर सिंह असवाल, राकेश शर्मा ने कहा कि हरिद्वार में 12 महीनों मेले लगे रहते हैं और हर सप्ताह शनिवार, रविवार को भी मेला लगा रहता है, जिससे हरिद्वार में रहने वाले राजकीय कर्मचारियों, संविदा, आउटसोर्स कर्मचारियों को महंगाई की दोहरी मार पड़ती है, जिसके कारण कर्मचारियों को उत्तरप्रदेश की भांति प्रतिमाह वेतन में मेला भत्ता या तीर्थ भत्ता मिलना चाहिए जिससे कर्मचारी अपने पूर्ण मनोयोग से कार्य करता रहे।
बैठक में अखिलेश शर्मा, सुनील राजोर, दिनेश लखेडा, रमेश चंद्र पंत, दिनेश कांडपाल, इंदर रावत,शिवनारायण सिंह,राजेन्द्र तेश्वर, गुलशेर, राजेश कुमार, देवी सिंह, आदेश यादव, सुमित कुमार, देशराज राठौर, संदीप, अरुण कुमार, मंजीत, पवन, मंगता हसन, अशोक, किशोर, सुभाष, गंगा दत्त पाठक आदि मौजूद रहे।