देहरादून: उत्तराखंड में तीन अलग-अलग सड़क हादसों में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए हैं। पहला हादसा चंपावत जिले में हुआ, जहां सोमवार देर रात एक बोलेरो गहरी खाई में गिर गई। हादसे में चार महिलाओं समेत 11 लोगों की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल वाहन चालक व एक अन्य यात्री को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बारातियों से भरी एक बोलेरो शादी के बाद गांव वापस जा रही थी, तभी रीठा-सूखिढांग सड़क पर यह दर्दनाक हादसा हुआ है।
सूखीढांग के ककनई गांव निवासी मनोज सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह की बारात सोमवार को टनकपुर गई थी। बताया कि वापसी के दौरान रात करीब दस बजे वाहन ढेक ढुंगा नामक स्थान पर गहरी खाई में समा गया। हादसे में सात पुरुष और चार महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता धनराशि देने का ऐलान किया गया है। जबकि, दूसरा सड़का हादसा पौड़ी जिले में हुआ है। कोटद्वार से स्कूल जा रहे शिक्षकों का वाहन खाई में गिरने से दो शिक्षिकाओं समेत एक शिक्षक की मौत हो गई। जबकि दुर्घटना में घायल अन्य दो लोगों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से ही मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह राजकीय इंटर कॉलेज सारी में नियुक्त शिक्षक पदमपुर कोटद्वार निवासी जयवीर सिंह अपनी कार से स्कूल जाने के लिए निकले थे।
उनके साथ विद्यालय में नियुक्त दीपक शाह, पूनम रावत, वंदना भण्डारी और अरुण भी थे। नेशनल हाइवे पर दुगड्डा से कुछ दूर क्रेंखाल के निकट अचानक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और आसपास के लोगों ने किसी तरह से घायलों को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने 42 वर्षीय गणित विषय की शिक्षिका पूनम रावत पत्नी प्रद्युमन रावत निवासी मानपुर, 40 वर्षीय गणित विषय की शिक्षिका वंदना भंडारी पत्नी नरेंद्र भंडारी निवासी मानपुर और 38 वर्षीय अर्थशास्त्र के प्रवक्ता दीपक शाह पुत्र उत्तम सिंह निवासी शिवपुर को मृत घोषित कर दिया। जबकि कार चला रहे शिक्षक जयवीर सिंह और विद्यालय के क्लर्क अरूण का कोटद्वार के बेस अस्पताल में उपचार चल रहा है। तहसीलदार विकास अवस्थी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती घायलों ने जानकारी दी कि कार का स्टेयरिंग लॉक हो गया था जिस कारण हादसा हुआ है। सूचना मिलते ही राहत व बचाव का कार्य शुरू किया गया। उत्तराखंड में तीसरा सड़क हादसा, ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर हुआ है। मुनिकीरेती थाना क्षेत्र में ऋषिकेश-बदरीनाथ हाइवे पर ब्रह्मपुरी के पास एक कार अनियंत्रित होकर 100 मीटर खाई में जा गिरी। हादसे में कार सवार दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि कार हादसे में दो घायलों को एम्स में भर्ती कराया गया।
जहां पर उनका उपचार चल रहा है। मुनिकीरेती थाना पुलिस के मुताबिक मंगलवार सुबह 11.30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक कार ब्रह्मपुरी के पास खाई में गिरी है। हादसे की सूचना पर तत्काल एसडीआरएफ और पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। एसडीआरएफ के जवानों ने हादसे में घायलों और मृतकों को खाई से बाहर निकाला। मुनिकीरेती थाना निरीक्षक रितेश साह ने बताया कि कार में चार लोग सवार थे। दुर्घटना में कार सवार संजीव सजवाण 40 पुत्र रणवीर सिंह सजवाण निवासी बैरगणी,कमांद, चंबा, टिहरी और रामदयाल 52 पुत्र बुद्धि दास निवासी चमोल गांव, नरेंद्रनगर, टिहरी गढ़वाल की मौके पर मौत हो गई है। जबकि हादसे में विकास भट्ट 30 पुत्र पूर्णानंद भट्ट निवासी बौराई गांव गूलर, रीना पंवार 20 पुत्री चतर सिंह निवासी ग्राम चमेली घायल हो गए। जिन्हें पुलिस ने 108 एंबुलेस से ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में पहुंचाया। एम्स में घायलों का उपचार चल रहा है। वहीं मृतकों के शव को पीएम के लिए एम्स भेज दिया है।