सियोल: दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक नेता हान डक-सू ने मंगलवार को घोषणा की कि यून सुक येओल को राष्ट्रपति पद से हटाए जाने के बाद इस पद के लिए चुनाव तीन जून को होंगे। यह घोषणा संवैधानिक न्यायालय द्वारा राष्ट्रपति यून सुक येओल को दिसंबर में ‘मार्शल लॉ’ लागू करने के मामले में पद से हटाए जाने के कुछ दिनों बाद की गई है। तीन जून के चुनाव में मुख्य मुकाबला दो प्रमुख राजनीतिक दलों यून की पीपुल्स पावर पार्टी और इसकी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच देखने को मिल सकता है।
अब लोगों की नजर इस बात पर है कि क्या रूढ़िवादी फिर से एकजुट होकर संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवार ली जे-म्यांग के खिलाफ मुकाबले के लिए एक मजबूत उम्मीदवार उतार सकते हैं। दक्षिण कोरिया के संवैधानिक न्यायालय ने ‘मॉर्शल लॉ’ लागू करने के कारण देश के राष्ट्रपति यून सुक येओल को शुक्रवार को पद से हटाने का फैसला सुनाया था। न्यायालय के इस फैसले के बाद यून ने जनता की उम्मीदों पर खरा न उतर पाने के लिए उनसे माफी मांगी है।
यून द्वारा मार्शल लॉ की घोषणा किए जाने और उसके बाद उन पर महाभियोग शुरू किए जाने के कारण देश की राजनीति में उथल-पुथल पैदा हो गई थी। लोग राष्ट्रपति के फैसले से सकते में थे और इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे। न्यायालय के कार्यवाहक प्रमुख मून ह्युंग-बे ने फैसला सुनाते हुए कहा कि आठ सदस्यीय पीठ ने यून के खिलाफ महाभियोग को बरकरार रखा है क्योंकि ‘मार्शल लॉ’ संबंधी उनके आदेश ने संविधान और अन्य कानूनों का गंभीर उल्लंघन किया।
न्यायमूर्ति मून ने कहा, ‘‘प्रतिवादी ने न केवल ‘मार्शल लॉ’ की घोषणा की बल्कि विधायी अधिकार के इस्तेमाल में बाधा डालने के लिए सैन्य एवं पुलिस बलों को जुटाकर संविधान और कानूनों का भी उल्लंघन किया।’’ इसके बाद, यून ने एक बयान में कहा कि उन्हें जनता की उम्मीदों पर खरा न उतर पाने का बहुत अफसोस है। उन्होंने कहा कि वह देश और उसके लोगों के लिए प्रार्थना करेंगे। यून ने कहा, ‘‘कोरिया गणराज्य के लिए काम कर पाना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात रही है।