लखनऊ: मिशन शक्ति योजना से लखनऊ व बरेली समेत प्रदेश के नौ जिलों में 50-50 की क्षमता वाले ‘सखी निवास’ केंद्र बनेंगे। यह पहल विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए है, जो संकट की घड़ी में सामाजिक, कानूनी या पारिवारिक संरक्षण से वंचित हैं। इन्हें एक छत के नीचे भोजन, वस्त्र, चिकित्सा से लेकर स्किल ट्रेनिंग तक मिलेगी।
केंद्रों की स्थापना केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से 60 और 40 के अनुपात में वित्त पोषण से की जा रही है। जिन जिलों में सखी निवास शुरू होने जा रहे हैं, उनमें राजधानी लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा, बरेली, मेरठ, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर शामिल हैं। इन सभी जिलों का चयन जनसंख्या, शहरीकरण और महिला संबंधित मामलों की संख्या को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
–पुनर्वास के साथ सशक्तिकरण का भी ध्यान
”सखी निवास” सिर्फ रुकने की जगह नहीं, बल्कि पुनर्वास और आत्मनिर्भरता की ओर पहला कदम भी होगा। यहां निवास करने वाली महिलाओं को आवश्यकतानुसार काउंसलिंग, कानूनी सहायता और स्किल डवलपमेंट से जुड़े प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे। इनमें सिलाई-कढ़ाई, कंप्यूटर, ब्यूटी पार्लर, हस्तशिल्प जैसे रोजगारपरक प्रशिक्षण शामिल होंगे, जो उन्हें स्वावलंबी बनाएंगे।